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- 02-11-2020
- By Vishla Agro Tech Pvt. Ltd.
कोरोना वायरस एक सबक एक तथ्य
कोरोना वायरस एक सबक एक तथ्य
मनुष्य जिव्हा के स्वाद के लिए लिए अभक्ष्य पशुओं को भी अपना भोजन बनाने लगा।
वायरस प्राय: सभी स्तनपायी अभक्ष्य जानवरों के शरीर में विधमान रहता है।
वायरस की सरचना ये पूर्ण कोशिका भी नहीं होते। प्रत्येक कोशिका ग्लाइको प्रोटीन लाइपोप्रोटीन की परत के अंदर न्यूक्लियस से बनी होती है। वायरस जो खतरनाक होते है उनकी सरचना में लाइपोप्रोटीन के परत बाहरी होती है ये ही उनको अन्य साधारण वायरस से अलग बनाती है।
वायरस से उत्पन्न होने वाली बीमारी को इन्फ़्लूनेजा (फ्लू) कहा जाता है। इसमें रोगी को बुखार आना एक लक्षण था अन्य कई प्रकार उपद्रव रोगी को होते है।
चाइना देश में लोग अभक्ष्य पशुओं, पक्षियो, कीड़े मकोड़ो को खाते है इसी प्रकार उन लोगो ने चमगादड़ का भी सेवन भोजन के रूप में शुरू कर दिया। ये कोरोना वायरस चमगादड़ के शरीर में मौजूद रहता है। इंसान के शरीर में घुसने के बाद फैलता गया और लोगो को सक्रमित करता हुआ विश्व के प्रत्येक देश को अपनी चपेट में ले लिया।
जिस तरह रोगाणू तथा जीवाणु अपनी बढ़ोतरी खुद कर लेते है उस प्रकार ये विषाणु अपनी बढ़ोतरी खुद नहीं कर सकता क्योंकि ये पूर्ण कोशिका के रूप में नहीं होता। कोरोना नामक विषाणु मनुष्य के शरीर में मिल जाने के बाद मनुष्य शरीर के कोशिकाओं के साथ मिलकर अपनी बढ़ोतरी करता है। ये विषाणु आसानी से एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य को सक्रमित करता है। मेरा इतने सालो का अनुभव ये बताता है की आधुनिक विज्ञान HIV, Hepatitis B, Hepatitis C इस प्रकार के किसी वायरस का इलाज नहीं ढूंढ पाया।
हमने आधुनिक विजान के कई चिकित्स्कों तथा अनुसंधान कर्ताओ से बात की उनका कहना था की हमारे वैज्ञानिक कोरोना की वेक्सीन बनाने में प्रयास रत है।
एक बात मुझको हैरान करती है डेटोल किसी भी जीवाणु पर नाम पूछे बिना फिनायल किसी भी रोगाणु पर बिना नाम पूछे बिना कार्य करता है तो वायरस से उत्पन्न रोगो की दवा तथा टीका कोरोना के विषाणु की रोकथाम में क्यू काम नहीं आता।
Inj. Influvac Tetra 2020/2021 ये फ्लू का टिका है तथा बाजार में उपलब्ध है। Inj. Prevenar - 13 ये Pneumonia का टिका बाजार में उपलब्ध है। क्या ये दोनों टीके कोरोना की भयवता को रोकने में सक्षम नहीं होंगे। जरूर होंगे पर भय दिखाकर पैसा कमाने की आदत आधुनिक विज्ञान में शुरू से है।
हमारी कम्पनी भी अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी है हमारे अनुसंधान कर्ता पिछले 16 सालो से ऐसे ही घातक विषाणु से लड़ने के लिए काम में आने वाले घटक को पहचान कर उनके योग द्वारा HIV Aids, Hepatitis B, Hepatitis C का इलाज सफलता पूर्वक कर रहे है।
हमारी दवा का नाम डॉ थानकी इम्यून बूस्टर है इसमें मेषश्रृंगि, हरिद्रा तथा गोक्षुर का योग है। गोक्षुर बाहरी परत यानी Lypoprotein Layer, मेषश्रृंगि भीतरी परत यानी Glycoprotein Layer तथा हरिद्रा Nucleus (केंद्र) को मारने में सक्षम है।
साधारण सा इलाज को जटिल बना दिया है ये ही टीका है ये ही उपचार है।